Monday, January 27, 2014

Praise for 12 HOURS - Dainik Bhaskar - January 16 2014


पंचकूला शहर की युवा लेखिका माही सिंगला और ‘ते अमो… आई लव यू’ नामक
बेस्ट-सेलर उपन्यास के दिल्ली के लेखक रोहित शर्मा द्वारा लिखित ‘12 हॉवर्स’
बारह लघु-कहानियों का एक खूबसूरत संकलन है, जिसकी हर एक कहानी भिन्न-भिन्न
रिश्तों और जज़्बातों को गहराई से छूती है। दिल्ली के महावीर पब्लिशर्स द्वारा प्रकाशित इस
किताब का अनोखा कवर बरबस ही पाठकों को अपनी ओर खींच लेता है। किताब के कवर
पर लेखक-लेखिका की तस्वीरों को बहुत ही खूबसूरती के साथ पिरोया गया है, जो अपने आप
में एक नई सोच है।

इस किताब में बारह अलग-अलग कहानियां हैं, और हर कहानी कुछ न कुछ संदेश आज की
युवा पीढ़ी और समाज को देती है। इस किताब में कुछ गंभीर मसलों पर भी कहानियां
लिखी गई हैं, जो पाठकों में जागरुकता फैलाने में पूर्णता सक्षम है। विषय जैसे– अत्यधिक
क्रोध से नुकसान, सच्चा प्रेम, छोटे-उम्र में शादी, दहेज प्रथा, घरेलू हिंसा, माता-पिता के प्रति
इज़्ज़त, बलत्कार, दोस्ती, आतंकवाद, और आम आदमी की हिम्मत पर बहुत ही खूबसूरती
से कहानियां लिखी गई हैं। इस किताब की एक और खासियत यह है कि इसमें हर वर्ग और
हर उम्र के पाठक के लिए कोई न कोई कहानी है, जिसे पढ़कर वह कहानी से खुद को
जुड़ा महसूस कर सकता है। किताब को बहुत ही सरल अंग्रेज़ी में लिखा गया है, ताकि हर कोई
इस किताब को पढ़ सके।

‘12 हॉवर्स’ सप्तंबर के महीने में रीलीज़ हुई थी, और इसका पहला एडीशन हाथों हाथ बिक गया।
पाठकों ने इस किताब को बहुत सराहा है, खासकर महिला वर्ग में यह किताब बहुत लोकप्रिय
हो गई है, क्योंकि इस किताब में महिलाओं से जुड़ी कुछ संजीदा कहानियां हैं। चंडीगढ़ पुस्तक
मेले में इस किताब ने धूम मचा दी थी, और चंडीगढ़, पंचकूला, जयपुर, कोटा, पटना और लखनऊ
के बहुत से स्कूलों की लाइब्रेरी में इस किताब को रखा गया है। ‘पान सिंह तोमर’ के लिये नैश्नल
पुरस्कार से पुरस्कृत संजय चौहान ने भी 12 हॉवर्स की लघु-कहानियों की बढ़-चढ़ कर तारीफ की है।



उनके मुताबिक ’12 हॉवर्स’ प्यार, खुशी, स्नेह, क्रोध, दर्द जैसी भावनाओं का अनोखा और परिपूर्ण

संकलन है, और हर एक कहानी एक संपूर्ण उपन्यास बनने की क्षमता रखती है। हर कहानी से पहले
एक स्केच भी डाला गया है, जो उस कहानी के किरदारों को दर्शाता है। यह किताब चंडीगढ़ के
सैक्टर 17 स्थित कैपिटल बुक शॉप के अलावा ऑनलाईन साइट्स जैसे होमशोप 18, फ्लिपकार्ट,
ई-बे, स्नैपडील और अमेज़ोन पर भी मिल रही है।



Thursday, January 2, 2014

12 HOURS - My Second Book - Co-authored with Mahi Singla

I am back to blogging after a long break! Sharing the cover page of my second book - 12 HOURS, which I have co-authored with Mahi Singla. The book was released on September 1, 2013, and this is what a few newspapers have to say about the book -

“Almost everyone can relate to one or the other story of 12 HOURS” – Prabhat Khabar

“Innovative cover and well-written stories revolving around various social issues ... One word - Brilliant!” Dainik Jagran

“Different emotions expressed beautifully.” – Times Of India 


Back Cover Synopsis of 12 HOURS

Every hour of our life scripts a new story. And, every story is coloured with a different feeling -
Love, Pain, Joy, Sorrow, Trust, Deceit, Excitement, Repentance, Respect, Humiliation, Loneliness and Anger
We all have been a part of these intense emotions, which our heart experiences. We grow among them, feeling them, living them every minute, every hour, and our life is incomplete without them.
12 HOURS is a collection of twelve engrossing and beautifully written stories, which express different emotions and pour out the essence of different relationships. Some stories will make you laugh, while some will shed your tears. Some stories will spread a lesson, while some will electrify your spine. Some stories will make you fall in love, while some will motivate you to succeed. Each story will try to touch one or the other emotion that is nested inside us.
In a nutshell, every hour of 12 HOURS will take you on a completely different journey by putting you amid the intriguing lives of the various characters, the characters that look very much real like all of us, the characters that belong to one or the other hour of our life.

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